clix - Unit 3: The Solar System and Beyond
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Unit 3: The Solar System and Beyond

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4.4 सोचिए...

शब्दकोष



इस विशाल परिदृश्य के बारे में सोचिए: भीमकाय आकार की मन्दाकिनियां हवा में उड़ते धूल के कणों जैसी हैं| बाकी का अंतरिक्ष खाली है! हर मन्दाकिनी में कम-से-कम करोड़ों तारे हैं| यानी ब्रह्माण्ड में जितने तारे हैं, वे पृथ्वी पर मौजूद रेत के कणों से भी ज्यादा हैं! ये विशाल तारे एक दूसरे से बहुत दूर हैं; और उनके बीच में केवल निर्वात है! उन तारों में एक साधारण तारा हमारा सूर्य है, जिसके चारों ओर पत्थर और गैस से बने छोटे-छोटे गोले घूमते हैं| उनमें से एक छोटे-से गोले पर जीवन मौजूद है- उसपर ऐसे जीव हैं जो अपने पर्यावरण से प्रतिक्रिया करते हैं, बड़े होते हैं, बच्चे पैदा करते हैं, और जिनमें चेतना भी है!

हम इंसान, अपनी वर्तमान अवस्था में, लगभग 20 लाख (106) वर्ष पहले विकसित हुए थे| पर हमारी पृथ्वी 4 अरब (109) वर्ष पहले बनी थी, और सूर्य पिछले 4.6 अरब वर्षों से चमक रहा है| मगर यह सब ब्रह्माण्ड की उम्र के सामने कुछ भी नहीं है, जो लगभग 14 अरब वर्ष है| समय और अंतरिक्ष के इतने विशाल पैमाने के बारे में कल्पना करना भी मुश्किल है! मगर एक बात पक्की है, कि ब्रह्माण्ड में हमारा स्थान बेहद मामूली है! फिर क्या चीज है जो हमें इतना महत्वपूर्ण और महान होने का एहसास देती है? अलग-अलग चीजें हमारे जीवन को अर्थ देती हैं: कभी यह हमारे परिजनों का प्रेम होता है, कभी कुछ नया बनाना, और निश्चित रूप से कभी यह ब्रह्माण्ड के रहस्यों को उजागर करना होता है!