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Unit 3: The Solar System and Beyond

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4.1 तारे

शब्दकोष



क्या आपने किसी अंधेरी जगह से रात में आकाश देखा है? आपको हर जगह फैले हुए सैकड़ों तारे दिखे होंगे| ये सभी तारे हमसे बहुत दूर हैं| वे तारे भी जो एक-दूसरे के नज़दीक दिखते हैं या फिर एक साथ कोई आकृति बनाते हुए लगते हैं, वास्तव में वे नज़दीक नहीं हैं| कुछ तारे दूसरों से ज्यादा चमकीले हैं और कुछ हलके| कोई तारा कितना चमकीला दिखता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह कितना बड़ा है और हमसे कितना दूर है|


सबसे नजदीकी तारा, प्रौक्सिमा सेंटॉरी, सूर्य से 4.25 प्रकाश वर्ष1 दूर है| इसका अर्थ है कि प्रकाश को प्रौक्सिमा सेंटॉरी से सूर्य (और पृथ्वी) तक पहुंचने में 4.25 वर्ष लगते हैं| प्रौक्सिमा सेंटॉरी एक छोटा तारा है जो धीमे से चमकता है और नंगी आंखों से नहीं दिखता है, मगर वह हमसे 4.37 प्रकाश वर्ष दूर तीन तारों के समूह2 का एक सदस्य है जिसे अल्फा सेंटॉरी कहते हैं| अल्फा सेंटॉरी के बाकी दो तारे सूर्य जितने ही बड़े हैं| लेकिन नंगी आंखों से देखने पर लगता है कि यह तारा समूह एक ही तारा है| यह रात के आकाश में तीसरा सबसे चमकीला तारा है| भारत में यह गर्मियों (मई से जुलाई)) में दक्षिणी क्षितिज के पास दिखता है और भारतीय भाषाओं में इसे ‘मित्र’ कहा जाता है| तालिका 1 में सूर्य के द्रव्यमान की तुलना में तारों का द्रव्यमान (जिससे इनके आकार का अंदाजा लगता है) व सूर्य से सबसे नजदीक और चमकीले तारों की दूरियां दी हुई हैं|

 

तालिका 1: कुछ सबसे चमकीले और सूर्य से सबसे नजदीक तारों की दूरियां
 

तारे का नाम
 

 

सूर्य के द्रव्यमान के गुणज में तारे का द्रव्यमान
(M☉)3

प्रकाश वर्ष में दूरी

किलोमीटर में दूरी, अगर सूर्य से पृथ्वी की दूरी को 1 सेमी माना जाए

अल्फा सेंटॉरी (तीन तारों का समूह जो साथ मिलकर रात के आकाश में तीसरा सबसे चमकीला तारा है)

1.1 M☉, 0.9 M☉, 0.1 M☉

4.25

2.7

बर्नार्ड का तारा (चौथा सबसे नजदीकी तारा; यह नंगी आंखों से नहीं दिखता है)

0.1 M☉

6

3.8

वुल्फ 359 (पांचवा सबसे नजदीकी तारा, यह नंगी आंखों से नहीं दिखता है)

0.09 M☉

7.7

4.9

व्याध या सिरीअस (दो तारों का समूह जो रात के आकाश में सबसे चमकीला तारा है)

2 M☉, 0.98 M☉

8.6

5.4

अगस्ति या कनोपस (रात के आकाश में दूसरा सबसे चमकीला तारा)

8.2 M☉

74

46.8

राजन्य या राइजेल (तीन तारों का समूह जो रात के आकाश में सातवां सबसे चमकीला तारा है)

23 M☉, 3.8 M☉, 2.9 M☉

~ 1400

885.4

 

गौर कीजिए कि राइजेल जैसे कुछ तारे हमारे सौर मण्डल से 1400 प्रकाश वर्ष दूर हैं| इसका अर्थ है कि जब हम राइजेल को देखते हैं, तो हमारी आंखों में पड़ने वाला प्रकाश उससे 1400 वर्ष पहले चलना शुरु हुआ था| यानी हम जैसा अभी देख रहे हैं, राइजेल वैसा 1400 वर्ष पहले था| इसलिए तारे आपको अतीत दिखाते हैं (नाकि भविष्य, जैसा कि ज्योतिषी मानते हैं!)

 

हमें तारों की दूरी कैसे पता चलती है? इतनी दूर कोई खुद जाकर तो दूरी नहीं नाप सकता है! तारों की दूरी लम्बन विधि से नापी जाती है| आइए देखते हैं यह कैसे काम करता है|


[1]प्रकाश वर्ष दरअसल लम्बाई की एक इकाई है| एक प्रकाश वर्ष वह दूरी है जो प्रकाश एक जूलियन वर्ष (365.25 दिन) में निर्वात में चलते हुए पूरी करता है| एक प्रकाश वर्ष 9.4605284 × 1015 मीटर के बराबर होता है|
[2]जिस तरह गुरुत्वाकर्षण के कारण ग्रह किसी तारे की परिक्रमा करते हैं, उसी तरह आपसी गुरुत्व बल के कारण तारे भी कभी-कभी एक-दूसरे की परिक्रमा करते हैं|
[3]M☉ सूर्य का द्रव्यमान है = 1.99 × 1030 किलोग्राम