clix - Atom in Chemistry
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Atom in Chemistry

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H & He – O & Ne

H & He – O & Ne - सह संयोजकता


 

अब हम एक और तरीके को जानेंगे , जिसके जरिये तत्व के परमाणु आपस में बंधते है और नए पदार्थ के अणु की रचना करते है, आइये इसे निम्न सरल उदाहरण से समझे।


हाइड्रोडन के परमाणुओं का संयोजन
 

हमे पता है कि हाइड्रोजन के परमाणु में एक ही इलेक्ट्रान रहता है जो कि प्रथम कक्ष में चक्कर लगाता है। अब देखिये आवर्त सारणी में हाइड्रोजन  के सबसे नजदीक की अक्रिय गैस  हीलियम होती है। और हम पहले भी यह अध्ययन कर चुके है हीलियम के एक परमाणु में उसके दो इलेक्ट्रान पहली कक्षा को पूरी तरह भर देते है। ( याद है न परमाणु में पहली कक्षा की क्षमता ज्यादा से ज्यादा दो ही इलेक्ट्रॉन्स की होती है )। तो जब हाइड्रोजन के दो परमाणु प्रत्येक एक एक इलेक्ट्रान के साथ , आपस में ही इन दोनों इलेक्ट्रानों की साझेदारी इस तरह करते है कि दोनों इलेक्ट्रॉन्स जो है वे हाइड्रोजन के दोनों परमाणु के बीच रहकर दोनों के ही धनात्मक नाभिक से आकर्षित होते रहें।

 

अब देखिये ऐसी साझेदारी करने से प्रत्येक हाइड्रोजन के नाभिक के आसपास दोनों ही इलेक्ट्रॉन्स बने रहते है जो वैसी ही इलेक्ट्रॉनिक संरचना देता है जैसी हीलियम के परमाणु के आस पास होती है और इस तरह हाइड्रोजन तत्व H2 अणु के रूप में रासायनिक तरह से अकेले एक हाइड्रोजन के परमाणु (H) कि अपेक्षा ज्यादा स्थायी हो जाता है | इसीलिए ज्यादातर  पृथ्वी पर , सामान्य तापमान और दाब पर हाइड्रोजन तत्व , H2 अणु के स्वरूप में पाया जाता है और इस तरह आपस में इलेक्ट्रॉन्स की साझेदारी करके परमाणुओ  के बीच जो बंध बनता है उसे सह-संजोयक बंध कहते हैं।

h

                             

हाइड्रोडन का एक परमाणु दूसरे परमाणु के साथ इलेक्ट्रॉन का साझा करता है। यह संरचना एक परमाणु के मुकाबले ज्यादा स्थायी होती है।

 

H2हाइड्रोडन के हरेक अणु के चारों और जो इलेक्ट्रान विन्यास है वह हीलियम के परमाणु जैसा है।



सह-संजोयक बंध के जरिये से बने हुए अन्य तत्वों के उदाहरण है, O2, Cl2, NH3 इत्यादि।


ऑक्सीजन परमाणुओं का संयोजन
 

ऑक्सीजन का प्रत्येक परमाणु अपने दो-दो इलेक्ट्रानो का साझा करता है जिससे ऑक्सीजन का एक अणु बनता है जिसके बाहरी कक्षा में उतने ही इलेक्ट्रान हो जाते है जितने कि निओन के बाहरी कक्षा में होते है,हम जानते  है कि निओन की बाहरी कक्षा में आठ इलेक्ट्रान होते है ,तब हम ऐसा कह सकते है कि ऑक्सीजन का अणु बनने पर उसके बाहरी कक्षा में आठ इलेक्ट्रान हो जाते है और तब इसकी बाहरी कक्षा का  इलेक्ट्रॉनिक विन्यास निओन कि बाहरी कक्षा की  तरह हो जाता है।



O

परमाणुओं के बीच साझेदारी से ऑक्सीजन के अणु का निर्माण
 


Oxygen

                  ऑक्सीजन के अणु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास निओन के परमाणु जैसा है। ऑक्सीजन का अणु निओन समान विन्यास पा कर रासायनिक रूप से स्थिर हो जाता है।

[Contributed by administrator on 10. Januar 2018 21:13:26]