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Unit 1: The Earth

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गतिविधि 1: जिओसिन्क्रोन

आप जानते होंगे कि पृथ्वी अपनी धुरी के चारों ओर घूमती है। धुरी एक काल्पनिक रेखा है, जिसके चारों ओर, वातावरण में घुमने वाले हवा के अणुओं सहित पृथ्वी का हर बिंदु घुमता है।आइए एक गतिविधि की सहायता से इसे समझें।


(नोट : यह गतिविधि कक्षा-कक्ष के बाहर करें| इसे प्रातः या दोपहर के बाद करें ताकि आपको तपते सूरज के नीचे खड़ा न होना पड़े|)

सामग्री : ग्लोब, चुम्बकीय दिशासूचक (कंपास), चांदा, गूंथा हुआ आटा, माचिस की तीली

विधि:

  1. ग्लोब को माइक के स्टैंड से जोड़ दें|

  2. ध्रुव तारे या कंपास की मदद से उत्तर दिशा पहचानें (अगर आप ध्रुव तारे की मदद ले रहें हैं, तो आपको उसे पिछली रात को देखना होगा या ‘SkyView’ ऐप की मदद लेनी होगी)| ग्लोब का अक्ष उत्तर-दक्षिण दिशा में रखें|

  3. पृथ्वी पर किसी भी स्थान से ध्रुव तारा आकाश में जमीन से उतनी ही ऊंचाई पर दिखता है जितना उस स्थान का अक्षांश है| ग्लोब को अपनी स्थिति के अक्षांश माप जितना झुका लें (चित्र 1 देखें)| (अक्षांश: हैदराबाद: 170°, मुंबई: 190°, जयपुर: 270°)

  4. जिओसिन्क्रोन (झुके हुए ग्लोब और माइक स्टैंड) को धूप में इस तरह रखें कि भारत ऊपर की ओर हो|

  5. माचिस की एक तीली लें| इसे एक मनुष्य मान लें| माचिस का काला सिरा मनुष्य का सिर दर्शाता है| आटे की मदद से तीली को ग्लोब पर उस जगह पर लगाएं जो आपकी भौगोलिक स्थिति से सबसे करीब हो| न दें कि तीली ग्लोब की सतह के लम्बवत होनी चाहिए, ना कि जमीन के (तीली को ग्लोब की त्रिज्या के समान्तर लगाएं)|

  6. अब ग्लोब की सतह पर तीली की परछाई देखें और फिर खुद की, या किसी खम्बे या पेड़ की, पृथ्वी की सतह पर परछाई देखें| क्या दोनों समानांतर हैं?


पृथ्वी के भौगोलिक उत्तरी ध्रुव और चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव समान नहीं हैं| अगर आप कंपास के साथ भौगोलिक उत्तरी ध्रुव पर खड़े हैं, तो उसकी सुई उत्तरी कनाडा के एल्समीयर आइलैंड की ओर संकेत करेगी| यह भौगोलिक उत्तरी ध्रुव और चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव के बीच लगभग 500 किलोमीटर का फासला है! इसलिए उत्तर दिशा को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका ध्रुव तारा है|1

http://gisgeography.com/magnetic-north-vs-geographic-true-pole/

Geosynchron

चित्र 1: जिओसिन्क्रोन

 

चर्चा के लिए प्रश्न:

  1. तीली की ग्लोब पर परछाई और नजदीक के खम्बे या अन्य सीधी वस्तुओं की परछाईयां समानांतर हैं| इसका अर्थ है कि आपकी भौगोलिक स्थिति और जिओसिन्क्रोन में आपकी स्थिति दोनों पर सौर समय (किसी जगह पर सूर्य की स्थिति से निर्धारित किया जाने वाला समय) एक समान है|

  2. धूप से ग्लोब का कौनसा हिस्सा प्रकाशमान है? प्रकाशमान हिस्से में आने वाले सभी स्थानों पर इस समय दिन है| क्या आप बता सकते हैं कि और कौनसे देशों में अभी दिन हो रहा है? क्या आप एक ऐसे देश का नाम बता सकते हैं जहां अभी मध्यान्ह है (यानी जहां सूर्य उस देश के ठीक ऊपर है)? सूर्य ग्लोब के केवल एक ही बिंदु के ठीक ऊपर होगा मगर उस बिंदु से गुजरने वाली देशांतर पर पड़ने वाले सभी स्थानों पर मध्यान्ह होगा2|

  3. अब ग्लोब का वह हिस्सा पहचानें जो सूरज की किरणों से प्रकाशमान नहीं है| इस हिस्से में आने वाले सभी स्थानों पर इस समय रात हो रही है| आप जिओसिन्क्रोन में इस हिस्से को इसलिए देख सकते हैं क्योंकि आपके आस-पास से प्रकाश बिखर कर आपकी आँखों तक पहुँच रहा है| वास्तविक पृथ्वी में ऐसा बिखरा हुआ प्रकाश नहीं होता है| पृथ्वी के रात वाले हिस्से पर जो भी प्रकाश पहुंच सकता है वह केवल चन्द्रमा और दूसरे ग्रहों द्वारा परावर्तित सूर्य का प्रकाश होगा या तारों का प्रकाश|

  4. उत्तरी ध्रुव के ऊपर से देखने पर पृथ्वी घड़ी की विपरीत दिशा में घूमती दिखाई देती है 3इसे याद रखने के लिए आप दाहिने हाथ के नियम का इस्तेमाल कर सकते हैं|दाहिने हाथ का नियम: जब आप अपने दाएं हाथ के अंगूठे को पृथ्वी की धुरी के समानांतर रखते हुए उत्तर दिशा की ओर करते हैं, तब उंगलियों के मुड़ने की दिशा पृथ्वी के अपने अक्ष पर घूमने की दिशा दर्शाती है|

  5. ग्लोब को धीमे-धीमे पश्चिम से पूर्व की ओर घुमाएं| आप देखेंगे कि पूर्व में स्थित वे देश जहां अभी दिन है, वे रात की ओर जाते हैं और पश्चिम के अंधेरे में स्थित देश प्रकाश की ओर आते हैं और उनमें दिन हो जाता है| ग्लोब का एक अक्षीय घूर्णन करें जो एक दिन का गुजरना दर्शाता है|

                                                                                                                                                                                      

2सूर्य हर दिन सिर के ठीक ऊपर नहीं होता| उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सूर्य सिर के ठीक ऊपर साल में सिर्फ दो बार आता है और उपोष्णकटिबंधीय व ध्रुवीय क्षेत्रों में ऐसा कभी नहीं होता है|
3ग्लोब को इसी तरह घुमाते रहिए और आप पाएंगे कि दक्षिणी ध्रुव के ऊपर से देखने पर पृथ्वी घड़ी की दिशा में घूमती हुई दिखाई देती है|


साभार: मोंटेरो, वी., महाशब्दे, जी., बरभाई, पी. (2008). सन-अर्थ एक्सपेरिमेंट्स: एक्टिविटी कार्ड्स फॉर डे टाइम एस्ट्रोनॉमी. नवनिर्मिति|
 

[Contributed by administrator on 10. Januar 2018 21:24:10]