clix - Values Stories (obsolete)
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Values Stories (obsolete)

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11.4 गुस्से को समझना


मुझे गु़स्सा कब आता है?

आम तौर हमें पता होता है कि हम किन बातों से परेशान होते हैं और हमें किस वजह से गुस्सा आता है। अगर हमें यह पता नहीं भी हो, तो हम अपने व्यवहार पर ध्यान देकर यह जान सकते हैं। जब आप जान लें कि आपको किस वजह से गु़स्सा आता है, तो फिर आप ऐसी परिस्थितियों से बचना सीख सकते हैं। इससे आप अपने गु़स्से या परेशानी को क़ाबू में रख सकेंगे। दूसरे शब्दों में कहा जाए, तो आप झगड़े और मन मुटाव वाली परिस्थितियों का निपटारा बेहतर रूप से कर सकेंगे।

 

इस बात को स्वीकार कर लेना ज़रूरी है, कि कुछ बातें ऐसी हैं जो हम बदल नहीं सकते। हमें इनसे समझौता करना सीखना चाहिए। इसी तरह, इस बात को भी स्वीकार करना ज़रूरी है कि आप भी दूसरों की परेशानी का कारण हो सकते हैं। हो सकता है कि लोग आपके किसी व्यवहार को सहन नहीं कर पाते हों। इस तरह का आत्मज्ञान आपको समझदारी से व्यवहार करने और परेशानी टालने में मदद करेगा।

 

झगड़े और तनाव की परिस्थितियाँ हमारे जीवन का हिस्सा हैं। ज़्यादातर लोग ऎसी परिस्थितियों में गुस्से या ज़ोर-जबरदस्ती से पेश आते हैं। पर ऎसा करने से तनाव कम नहीं होता, बल्कि बढ़ जाता है। इसलिए हमें तनाव कम करने वाले काम करने चाहिए। इन परिस्थितियों में मामले को सुलझाने का सही उपाय ढ़ूँढना आसान नहीं होता। कई बार हम हिंसक हो जाते हैं और मार-पीट  भी करने लगते हैं। ऎसे व्यवहार से बात और बिगड़ जाती है। इसलिए हमने जिन तरीकों के बारे में सीखा है उनका प्रयोग करना चाहिए और बात को संभालने की कोशिश करनी चाहिए। अगर हम हिम्मत न हारें और अपनी भावनाओं पर काबू रखें तो इनसे निपटना ज़रूर सीख सकते हैं।



 

[Contributed by ankit.dwivedi@clixindia.org, richa.pandey@clixindia.org on 6. April 2018 17:26:17]